इसके रचयिता श्रीमदन्नम्भट्ट जी हैं| इस ग्रन्थ का रचना काल १६वीं शताब्दी है|
इसके रचयिता श्रीमदन्नम्भट्ट जी हैं|
इसके रचयिता गोवर्धन मिश्र जी हैं|
इसके रचयिता श्रीकृष्णधूर्जटि दीक्षित जी हैं|
इसके रचयिता चन्द्रज सिंह जी हैं|
इसके रचयिता अज्ञात हैं|
इसके रचयिता श्रीरंगदेशिक जी हैं|
इसके रचयिता श्रीजगन्नाथ शास्त्री जी हैं|
इसके रचयिता श्रीमेरुशास्स्त्री जी हैं|
इसके रचयिता श्रीढुण्डिराज शास्स्त्री जी हैं|